Hanuman Chalisa Lyrics PDF Download 2022 [हनुमान चालीसा हिंदी]

In the Hindu religion, lord hanuman has a great impact on people. He is the favorite lord of people as he solves all their problems. Goswami Tulsidas has written Shri Hanuman Chalisa in Sanskrit. If you are a big devotee of the lord Shri sankat mochan hanuman, then you might be searching for Hanuman Chalisa lyrics. Here on our website, you can read the Hanuman Chalisa lyrics in Hindi.

दोस्तों हनुमान चालीसा एक काव्यात्मक लेख है। जिसमें हनुमान चालीसा के रचयिता कवि गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान जी के गुणों और उनके नेक कार्यों का वर्णन किया है। जिसमें हनुमान जी के महिमामंडन में 40 चौपाई लिखी गई है। जिसके शुरुआती 10 चौपाई में हनुमान जी के ज्ञान और शक्तियों का वर्णन किया गया है और बाकी की चौपाई में राम और लक्ष्मण के बारे में बताया गया है।

हनुमान चालीसा के पाठ को पूरा करने के लिए लगभग 9 मिनट 5 सैकेंड लगते हैं। हनुमान चालीसा के एक-एक शब्दों को इतना प्रभावी माना जाता है कि अभी आप इसका जाप शुद्ध मन से 108 बार कर ले, तो आपके जीवन की समस्त बाधाएं समाप्त हो जाती है और आपको हर काम में सफलता मिलती हैं।

Read the complete hanuman chalisa written below: [ हनुमान चालीसा का पाठ हिंदी में]


Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi

दोहा

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार

चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥

राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे
काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥

शंकर सुवन केसरी नंदन
तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥

विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर॥७॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मनबसिया॥८॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा
विकट रूप धरि लंक जरावा॥९॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे
रामचंद्र के काज सवाँरे॥१०॥

लाय सजीवन लखन जियाए
श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥११॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥१२॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावै
अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥१३॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा॥१४॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥१५॥

तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा॥१६॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना
लंकेश्वर भये सब जग जाना॥१७॥

जुग सहस्त्र जोजन पर भानू
लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥१८॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
जलधि लाँघि गए अचरज नाही॥१९॥

दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥२०॥

राम दुआरे तुम रखवारे
होत ना आज्ञा बिनु पैसारे॥२१॥

सब सुख लहैं तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहु को डरना॥२२॥

आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हाँक तै कापै॥२३॥

भूत पिशाच निकट नहि आवै
महावीर जब नाम सुनावै॥२४॥

नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥२५॥

संकट तै हनुमान छुडावै
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥२६॥

सब पर राम तपस्वी राजा
तिनके काज सकल तुम साजा॥२७॥

और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै॥२८॥

चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा॥२९॥

साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे॥३०॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता॥३१॥

राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा॥३२॥

तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै॥३३॥

अंतकाल रघुवरपुर जाई
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥३४॥

और देवता चित्त ना धरई
हनुमत सेई सर्व सुख करई॥३५॥

संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥३६॥

जै जै जै हनुमान गुसाईँ
कृपा करहु गुरु देव की नाई॥३७॥

जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई॥३८॥

जो यह पढ़े हनुमान चालीसा
होय सिद्ध साखी गौरीसा॥३९॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मह डेरा॥४०॥

दोहा

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥


To understand the meaning of every stanza of the Hanuman Chalisa in Hindi, you should read this post-
Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi with Meaning


Hanuman Chalisa Lyrics Hindi PDF

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Conclusion

हमारे सनातन धर्म मे ग्रंथों अनुसार महाबली हनुमान जी का जन्म, दिन मंगलवार, चैत्र मास के पूर्णिमा में हुआ था। इनके पिता का नाम केसरी एवं माता जी का नाम अंजनी था। प्रभु श्री राम के भक्त हनुमान जी को पवन पुत्र और संकट मोचन के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसकी संपूर्ण मनोकामना पूर्ण होती है और उस व्यक्ति के सारे दुख एवं कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी प्रभु श्रीराम के सबसे बड़े भक्त है। इसलिए इनको बिना प्रसन्न किए भगवान श्री राम एवं सीता जी के दर्शन नहीं हो सकते।

जिस व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास की कमी हो या कर्ज से परेशान हो, तो उसे हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। ताकि आत्मविश्वास में वृद्धि हो सके और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सके। इसके अलावा हनुमान चालीसा के नियमित पाठ करने से रोग और भय का नाश होता है।

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